संस्थापक / प्रबन्धक का संदेश

हमारा स्वप्न है की ऋषियों की धरती पुनः स्फरित हो और सलिला माँ गंगा जी जीवन-दायनी के साथ विद्या-विवेकदायनी भी सिद्ध हों | ऋषियों और गंगा के भाव में डूब कर विद्या-विवेक की अभीप्सा प्रबल हो |
चन्द्र प्रभा शर्मा महाविद्यालय इसी अभीप्सा की परिणति है | हमें श्रेय की परवाह नहीं है | हमें अपने अभीष्ट की परवाह है | वह यह है की ऋषिभूमि, विद्या के आलोक से जगमगाये | इस अभियान में महाविद्यालय एक कड़ी है |
हम विश्वास दिलाते हैं की मण्डल में शिक्षा की क्रान्ति का जो प्रवाह आगे बढ़ रहा है,
चन्द्र प्रभा शर्मा महाविद्यालय उसमे निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेगा | हम अपनी ओर से हर प्रयत्न कर रहे हैं, और हमारा प्रयत्न फलीभूत भी हो रहा है | इस अभियान और उत्सव में छात्र=छात्राओं एवं अभिभावकों का सहयोग एवं उनकी सहभागिता अपरिहार्य है |

संस्थापक /प्रबन्धक